The best Side of hanuman chalisa
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि ।भूत पिशाच निकट नहिं आवै। महावीर जब नाम सुनावै॥ oṃ yo rudrosngau yospsuya oṣadhīṣu yo rudro viśvābhuvanā-viveśa tasmai rudrāya namosstu।। म
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि ।भूत पिशाच निकट नहिं आवै। महावीर जब नाम सुनावै॥ oṃ yo rudrosngau yospsuya oṣadhīṣu yo rudro viśvābhuvanā-viveśa tasmai rudrāya namosstu।। म
राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥१६॥ तुह्मरो मन्त्र बिभीषन माना ।विद्यावान गुणी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर॥बल बुद्धि विद्या देहु मोहि